गणतंत्र दिवस की हिंसा के बाद उम्मीद थी कि सरकार और किसानों के बीच बातचीत आगे बढ़ेगी. बातचीत की जगह सरकार और किसानों के बीच काटों भरी दीवार खड़ी नजर आ रही है. खासकर 6 फरवरी को किसानों के चक्काजाम करने के एलान के बाद से दिल्ली की सीमाओं को अभेद्य किले में बदल दिया गया है. रास्तों में भालेनुमा स्पाइक तक लगा दिये गए हैं. कहें तो अलग अलग जगहों पर 6 से 8 लेयर तक का दमदार सुरक्षा घेरा तैयार कर दिया गया है. इससे एक तरफ किसान नाराज हैं, उनका कहना है बातचीत के बीच सरकार कांटे बो रही है तो दूसरी ओर विपक्ष भी अब किसानों के मुद्दे पर सरकार को शूल चुभाने की पूरी तैयारी में है. संसद में विरोध हो हंगामा हो रहा है. राहुल गांधी ने कहा है पुल बनाइये दीवार नहीं. सवाल ये उठता है कि क्या बातचीत के बीच सरकार और किसान के बीच कांटों का बॉर्डर आ गया है, ऐसे में बातचीत आगे कैसे बढ़ेगी? देखें देश का गौरव, गौरव सावंत के साथ.