कहते हैं हमारे कर्म ही किस्मत की दशा और दिशा तय करते हैं. लेकिन कई बार देखा गया है कि हमारी किस्मत अच्छी या बुरी हो तो कर्मों को भी उसी तराजू में तौला जाता है. कर्म और किस्मत की इस अबूझ पहेली का हल पेश करते हैं पंडित शैलेंद्र पांडेय.