किस्मत कनेक्शन में आज आपको बताएंगे मार्गशीर्ष शुक्ल पंचमी को राम जी ने माता सीता के साथ विवाह किया था, इसलिए इस तिथि को श्रीराम विवाहोत्सव के रूप में मनाया जाता है. इसको विवाह पंचमी भी कहते हैं, राम जी चेतना के प्रतीक हैं और माता सीता प्रकृति शक्ति की. इसलिए चेतना और प्रकृति का मिलन होने से ये दिन काफी अहम हो जाता है.