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मैं भाग्य हूं: नकारात्मक सोच से बिगड़ता है भाग्य

मैं भाग्य हूं: नकारात्मक सोच से बिगड़ता है भाग्य

नकारात्मकता और सकारात्मकता का बहुत गहरा प्रभाव जिंदगी में पड़ता है. इससे ही भाग्य बनता और बिगड़ता है. सकारात्मकता से सब काम ठीक होते हैं और जीवन अच्छा चलता है.

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