मैं भाग्य हूं...आपकी नियति, आपका कल, आपके कर्मों का फल. मैं अक्सर यह कहता हूं कि आपस में प्रेम रखोगे तो यह दुनिया बहुत खूबसूरत लगेगी. प्रेम में वह शक्ति है, जिसके बल पर आप लोगों पर विजय पा सकते हैं. लेकिन बहुत से लोग हैं जो नफरत ही बोते और काटते हैं. इंसान की फितरत ऐसी है कि वह अपने दुख से ज्यादा दूसरे के सुख से दुखी रहता है. इससे आखिर क्या मिलता है? मैं भाग्य हूं में जानिए सफल जीवन का सूत्र और साथ में विभिन्न राशियों का फल...