मैं भाग्य हूं: बुरे कर्मों से बिगड़ता है भाग्य
मैं भाग्य हूं: बुरे कर्मों से बिगड़ता है भाग्य
तेज ब्यूरो
- नई दिल्ली,
- 15 नवंबर 2014,
- अपडेटेड 4:22 AM IST
अच्छे और बुरे कर्मों से भाग्य बनता या बिगड़ता है. हमारी कई छोटी-छोटी गलत आदतें हमारे जीवन की बड़ी बुराई की जड़ बन जाती है.