लखनऊ में पकड़े गए अलकायदा के 2 कथित आतंकियों को कल से पुलिस की 14 दिनों की रिमांड में भेज दिया गया है. खास बात ये है कि एक तरफ एटीएस लगातार आतंक के तारों को जोड़ने की कोशिश कर रही है तो दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश में इसी मसले को लेकर सियासत चरम पर है. समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने एटीएस की कार्रवाई पर शक जता दिया है तो दूसरे विपक्षी दल भी संदेह के बाणों से उत्तर प्रदेश सरकार को छलनी करने में जुट गए हैं. ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि क्या आतंक और आतंकियों पर भी सियासत जरूरी है? क्या आतंक को लेकर सियासत में एक राय नहीं बन सकती या फिर ये सब सिर्फ यूपी में चुनाव से पहले माहौल बनाने की कोशिश है? ज्यादा जानकारी के लिए देखें वीडियो.
Samajwadi Party leader Akhilesh Yadav's comment appearing to raise doubts about the arrest of two terrorists in Uttar Pradesh has sparked a political backlash in poll season. I can't trust the UP police and especially the BJP government, Akhilesh Yadav said. As political sparring intensifies ahead of the UP polls next year, BJP leaders shared Akhilesh Yadav's comments on social media, along with their recriminations. Watch how arrest of two alleged terrorists sparked politics in the state.