भारत में तीसरी लहर कभी भी आ सकती है. तमाम एक्सपर्ट और खुद पीएम मोदी और हेल्थ मिनिस्ट्री ने इसे लेकर आगाह किया है. लेकिन इन तमाम बातों को दरकिनार करते हुए उत्तरप्रदेश में कांवड़ यात्रा को मंजूरी दे दी गई है. यूपी सरकार का कहना है कि सभी प्रोटोकॉल का ध्यान रखा जाएगा. लेकिन उत्तराखंड सरकार ने पहले ही कांवड़ यात्रा को रद्द करने का फैसला ले लिया था. आज सुप्रीम कोर्ट ने भी तीसरी लहर को लेकर पीएम मोदी की ओर से कही गई बात को कोट करते हुए यूपी सरकार और केंद्र सरकार को नोटिस भेजकर पूछा है कि आखिर कोरोना काल में कांवड़ यात्रा की जरूरत क्या है. देश कोरोना की संभावित तीसरी लहर के खौफ से डरा हुआ है. ऐसे में उत्तरप्रदेश सरकार के एक फैसले से कई सवाल खड़े हो रहे हैं. फैसला सावन में शिवभक्तों को कांवड़ यात्रा की इजाजत को लेकर है और सवाल ये कि क्या कोरोना काल में कांवड़ यात्रा निकलनी चाहिए?
The Supreme Court on Wednesday issued notice to the Uttar Pradesh government over its decision to allow the Kanwar Yatra from next week despite the threat of a spike in COVID-19 cases. A notice has also been issued to the centre and the Uttarakhand government, which has cancelled the yatra in its districts. The next hearing is set for Friday. Watch this episode.