कई साल पहले राजेंद्र नामक एक विद्यार्थी कोलकाता के प्रेसिडेंसी कॉलेज में पढ़ता था. बिहार के एक छोटे से गांव का यह बालक जब कोलकाता विश्वविद्यालय में पढ़ाई करने पहुंचा था, तब किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि उसकी किसी परीक्षा का परिणाम कभी पूरी दुनिया में एक नज़ीर बन जाएगा. राजेंद्र ने कॉलेज की परीक्षा दी और उसके प्रोफेसर को जब कॉपी दी गई जांच करने के लिए तो प्रोफेसर कोई नंबर नहीं दे पाए. पूरी कॉपी जांचने के बाद उन्होंने बस इतना लिख दिया था “परीक्षार्थी परीक्षक से अधिक योग्य है.” आखिर यह छात्र कौन था....जानने के लिए देखिए पूरा वीडियो.....