इस संसार में कोई बुरा नहीं होता. किसी में बुराई है तो उसके लिए किसी और को दोष देने से पहले खुद के भीतर झांकना ज़रूरी है.  परिस्थितियां अगर किसी को बुरा बनाती हैं तो राजा उसके लिए जिम्मेदार होता है ना कि प्रजा.