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संजय सिन्हा की कहानी: नेग का लिफाफा

संजय सिन्हा की कहानी: नेग का लिफाफा

संजय सिन्हा आज आपको जो कहानी सुनाने जा रहे हैं, उसमें वे समाज की एक कड़वी सच्चाई पर प्रकाश डाल रहे हैं. वह बता रहे हैं कि किस तरह बैंक्वेट हॉल के मालिक प्रति प्लेट खाने की कीमत तय होने के बावजूद लोगों को लूटते हैं.  मुफ्त स्नैक्स के नाम पर पूरे खाने के पैसे वसूलते हैं. वह बताते हैं कि- मैं अपनी ओर से लड़कियों की शादी में खाना नहीं खाता. पर अब लगने लगा है कि लड़के की शादी में भी हम जो खाना खाते हैं उसका बोझ लड़की के पिता पर ही आता है. इसीलिए मैंने अपनी ओर से ये उपाय निकाला है कि नेग का लिफाफा मैं लड़की के पिता को पकड़ा दूंगा, चाहे लड़के की शादी में भी जाऊं.

In this episode, Sanjay Sinha tells you a story that focuses on the phrase that There is no such thing as a free lunch. With this story, he tells why in a wedding, one should always give cash envelopes to the father of the bride. Listen the interesting story.

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