पिछले दिनों मेरी मुलाकात मध्य प्रदेश के मंडला जिले में एक सरदार जी से हुई, उनसे मिल के लगा कि यहां तो एक कहानी छिपी है. उनसे बात करते हुए पता चला कि वो जबलपुर में रहते हैं और समाजसेवा से जुड़े हैं. उनके पिता लकड़ियों का कारोबार करते थे लेकिन उन्होंने उनका कारोबार आगे नहीं बढ़ाया क्योंकि उन्हें लगने लगा था कि पेड़ काटकर पेट पालना अच्छी बात नही. देखें- 'संजय सिन्हा की कहानी' का ये पूरा वीडियो.