संजय सिन्हा आज अपने एक दोस्त की कहानी बता रहे हैं जिन्हें शराब की लत है. जब किसी इंसान को ऐसी लत हो जिसे वो छोड़ना ही न चाहे तो कोई डॉक्टर और कोई अन्य व्यक्ति उसका इलाज नहीं कर सकता.कुछ बीमारियां मरीज जनित ही होती हैं, यानी कि उन्हें खुद वही व्यक्ति पैदान करता है और ऐसी बीमारियों का इलाज मुमकिन नहीं है. ऐसी बीमारियों के लिए कड़ी इच्छाशक्ति और खुद पर नियंत्रण की जरूरत होती है.