संजय सिन्हा रोज आपको एक कहानी सुनाते हैं. उनकी आज की कहानी का शीर्षक है- गीले हाथ. एक बार राजा अकबर बहुत परेशान थे, वे इधर-उधर टहल रहे थे. बीरबल बहुत देर तक सोचते रहे कि आखिर बादशाह को हो क्या गया है? बादशाह क्यों परेशान हैं? आखिरकार बीरबल ने पूछ ही लिया कि महाराज आप की बात की चिंता में डूबे हुए हैं. इस पर अकबर ने कहा कि बीरबल मैं महाप्रतापी राजा हूं, मैं चोरों को माफी नहीं देता फिर भी मुझे पता चला है कि जनता टैक्स के रुप में जो धन हमें देती है. वो पूरा हमारे खजाने तक नहीं पहुंच पाता है. पूरी कहानी जानने के लिए वीडियो देखें.