आखिर कौन सी वह शक्ति है, जो आदमी को कोई एक काम निरंतर करते रहने के लिए प्रेरणा देती, कौन सी वह शक्ति हैं, जो किसी की बुद्धि को जनकल्याण से जोड़ देती है. क्या कहते हैं उस शक्ति को... आईंसटीन का कहना था कि विज्ञान मनुष्य को अपार शक्ति तो दे सकता है, लेकिन वह उसकी बुद्धि को नियंत्रिण करने की ताकत नहीं दे सकता. मनुष्य की बुद्धि को नियंत्रण करने और उसे सही दिशा में इस्तेमाल करने की शक्ति तो धर्म ही दे सकता है. लेकिन आज बड़ी विड़ंबना है कि आज हम धर्म का मतलब अलग-अलग ईश्वर से लगा लेते हैं. आज सुनिये उनकी कहानी जब बिना किसी स्वार्थ के, हर सुबह मानव धर्म का पालन करने निकल पड़ते हैं, जो मूर्ति में नहीं बल्कि प्रकृति में ईश्वर की तलाश करते हैं...