संजय सिन्हा लेकर आए हैं, पुराने कैलेंडर की कहानी. हम अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए चीजों को इकट्ठा करते रहते हैं. हम सोचते हैं कि इन चीजों के हो जाने से हमारी जिंदगी आसान हो जाएगी, लेकिन जरूरतों को पूरा करने की भागमभाग में हम जिदंगी जीना ही छोड़ देते हैं.