संजय सिन्हा की कहानियों में जिंदगी के मायने छिपे होते हैं. दोस्ती एक ऐसा रिश्ता है, जो इंसान अपने आप चुनता है. ये रिश्ते परिवार की देन नहीं होते. इसलिए इसमें ईमानदारी और प्रेम का होना जरूरी है.