बच्चे जब बड़े हो जाते हैं, अपनी मर्जी के मालिक बन जाते हैं. कई बार वो मां-पापा की बातों को नजरअंदाज कर कुछ ऐसे कदम उठा लेते हैं जिसकी कीमत सिर्फ उन्हें ही नहीं बल्कि पूरे परिवार को चुकानी पड़ती है. अपने बच्चों को 'ना' का स्पष्ट मतलब सिखाएं. उन्हें बताएं कि जिस चिज के लिए उन्हें ना कहा जा रहा है, वो काम उन्हें नहीं करना है. पर ये एक बार में ही नहीं होगा. उनमें ये समझ धीरे-धीरे विकसित करना होगा और इसके लिए आपको भी धैर्य रखना होगा.