जीवन में कटुवाणी से बचिए क्योंकि बाद में आप चाहे जितना भी मीठा बोल कर मरहम लगाने की कोशिश करें, सामने वाले का मन एक बार छलनी हो गया तो हो गया. दो ज्ञान आज के लिए हैं. दोनों छोटे हैं, पर मुझे लगता है कि दोनों को अगर हम आत्मसात करेंगे तो बड़े बन जाएंगे.