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संजय सिन्हा की कहानी: 'मैं कह दूंगा'

संजय सिन्हा की कहानी: 'मैं कह दूंगा'

संजय सिन्हा की कहानी में सुनिए, मैं कह दूंगा... किसी नगर में एक बुहुत गरीब आदमी रहता था, कोई उससे मिलना नहीं चाहता था, न ही बात करना चाहता था. वो सामने पड़ जाए तो लोग उससे कन्नी काटकर निकल जाते थे. धीरे-धीरे उसने छोटा मोटा काम करना शुरू किया और उसका काम चल निकला. वो पैसे कमाना शुरू कर दिया. पैसे आए तो व्यापार को आगे बढ़ाना शुरू कर दिया और नगर का अमीर आदमी बन गया. उसके पास काफी पैसे हो गए. पैसे हो गए तो लोगों ने उसे फिर से पूछना शुरू कर दिया. लोग उससे राम राम करते तो वो बुदबुदाता... कह दूंगा?

Today in Sanjay Sinha ki Kahnai you will listen to the story, Mai keh dunga. this story describes difference between richness and poverty by the story of a man who was not much respected in his society.

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