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संजय सिन्हा की कहानी: हर मां में बराबर होता है मातृत्व का भाव

संजय सिन्हा की कहानी: हर मां में बराबर होता है मातृत्व का भाव

हिरण का एक छोटा सा बच्चा नदी पार कर रहा था अचानक नदी में नीचे से तेज लहरें उठने लगीं. हिरण के बच्चे के कुछ समझ में नहीं आया. वो बीच नदी में था और घबराया हुआ धीरे- धीरे आगे बढ़ रहा था. खतरे को भांपते हुए अचानक उसकी मां दूसरी तरफ से नदी में कूद पड़ी. मां ने भांप लिया था कि एक मगरमच्छ की नजर छोटे से हिरण के बच्चे पर है, वो नदी में कूद पड़ी और दौड़कर बच्चे के पास आने लगी. देखें- 'संजय सिन्हा की कहानी' का ये पूरा वीडियो.

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