संजय सिन्हा की कहानियों के माध्यम से आप जिंदगी के कई अहम सबक सीखते ही हैं. आज देखें आखिर कैसे उन्हें पता चला कि छोड़ देना ही प्यार है, पकड़ लेना गुलामी है.