रिश्तों की बुनियाद भरोसे पर टिकी होती है. किसी पर विश्वास करने का वादा करने पर निभाना भी जरूरी होता है. जो लोग समय पर रिश्तों का साथ नहीं देते उनका कोई मित्र नहीं होता. जैसे अग्नि मित्रविहीन है. संजय सिन्हा से सुनिए रिश्तों की गवाही देने की कहानी...