संजय सिन्हा सुना रहे हैं एक मॉल में काम करने वाले मैनेजर और गार्ड की कहानी कि किस तरह शरीर से मजबूत होने के बावजूद भी एक शख्स गार्ड रहता है और किस तरह एक ही स्कूल से पढ़ाई-लिखाई करने वाले दूसरा शख्स किसी स्टोर का मैनेजर बन जाता है. पढ़ाई करना क्यों जरूरी है और पढ़ाई-लिखाई के दम पर किस तरह काफी कुछ बदला जा सकता है.