संजय सिन्हा सुना रहे हैं कोऑपरेटिव सोसाइटी और एकल परिवार की कहानी कि कैसे इंसान इस भागदौड़ भरी जिंदगी में अपना सुखचैन सब भूलता जा रहा है. कैसे बुजुर्ग आज अकेले रह रहे हैं और उनका परिवार कमाई-धमाई और करियर के चक्कर में अपना सबकुछ छोड़ता जा रहा है. लोगबाग कैसे अकेलेपन में जीने के लिए मजबूूर हैं.