संजय सिन्हा सुना रहे हैं एक गंवई इंसान की कहानी कि कैसे जब वह मुंबई में बहुमंजिली इमारत देख रहा होता है तो एक ठग उससे इमारत की मंजिल के हिसाब से पैसे वसूलता है. वहीं वे आगे अपने भतीजी की कहानी सुना रहे हैं कि कैसे एक दुर्घटना के बाद उसके इलाज में लगने वाली कम प्लेट्स और समय से ही वे खुश हो गए. कैसे बाजार इंसान के डर का दोहन करते हैं.