संजय सिन्हा की कहानी में सुनें कैसे एक ड्राइवर ने दो बेटियों का बाप होते हुए भी बेटा होने की इच्छा जाहिर नहीं की. साथ ही यह भी समझाया कि आदमी डायनासोर नहीं है, जिसे बेटा न हो तो उसका वंश खत्म हो जाए.
sanjay sinha ki kahani of 4th september 2015 on daughters