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सुनिए जिंदगी के सफर में रिश्तों को निभाने की कहानी

सुनिए जिंदगी के सफर में रिश्तों को निभाने की कहानी

जब इंसान प्रेम में होता है तो आंखें ज़ुबा बन जाती हैं, और मन कान. लेकिन जब मन में गुस्सा या नफरत होती है तो मुंह की भूमिका शुरू हो जाती है, जिसकी आवाज दूर तक जाती है. रिश्ता चाहे जैसा भी हो लेकिन उसे प्यार से निभाने की कोशिश करनी चाहिए. सिन्हा से सुनिए जिंदगी के सफर में रिश्तों को निभाने से जुड़ी दिलचस्प कहानी.

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