संजय सिन्हा आज भोजन के स्वाद की कहानी सुना रहे हैं. वह बता रहे हैं कि कैसे उनकी मां घर की सीमित चीजों से ही अलग-अलग चीजें बना लिया करती थीं. वहीं जब कुछ लोग उनसे इस बात की शिकायत करते हैं कि उनकी कहानियों के नायक और नायिका हमेशा एक ही होते हैं. वे इस बात पर गर्व से कहते हैं कि कैसे उन्हें इस धुर्तई और लंपटई की खबरों के बीच खुद के ऐसा होने पर गर्व है. वे बता रहे हैं कि क्यों ऐसी कहानियों को आज के समाज को और भी अधिक जरूरत है. देखें वीडियो...