आज की कहानी थोड़ी फिल्मी है लेकिन सच्ची है. कुछ वैज्ञानिकों ने मनुष्य के शरीर पर प्रयोग किए. उन्हें पता लगाना था कि अगर कोई व्यक्ति कई महीनों तक सोया रहे तो उस पर क्या प्रबाव पड़ता है. वैज्ञानिकों को इस प्रयोग के लिए कोई आदमी ही नहीं मिला. बड़ी मुश्किल से वैज्ञानिकों एक छोटा-मोटा काम करने वाला आदमी मिल गया, वह महा मूर्ख था, वो किसी काम का नहीं था. वो पागल भी नहीं था. उसका घर परिवार भी नहीं था. वह आदमी वैज्ञानिकों की बात मान गया और कई महीनों तक सोने के लिए तैयार हो गया. लेकिन प्रयोग पूरा करने के बाद वैज्ञानिक उसे जगाना भूल गए. फिर क्या हुआ जानने के लिए देखिए संजय सिन्हा की कहानी.