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संजय सिन्हा की कहानी: ईश्वर की तलाश

संजय सिन्हा की कहानी: ईश्वर की तलाश

संजय सिन्हा आज सुना रहे हैं एक साधू, चोर और कुत्ते की कहानी. एक साधू न जाने कब से ईश्वर के दर्शन पाने के लिए तपस्या कर रहा था लेकिन ईश्वर के दर्शन नहीं हुए. उसे लगने लगा कि अब ईश्वर के दर्शन नहीं होने वाले. थक-हारकर उसने जान देने की ठान ली कि इतने साल बिताकर भी उसे ईश्वर हासिल नहीं हुए. साधू एक दिन किसी अनजान राह पर आगे बढ़ निकला. साधू आधे रास्ते में ही था तभी उसने देखा कि एक चोर किसी के घर में घुस रहा है. साधू वहीं रुक गया. जब चोर बाहर निकला तो साधू ने पूछा, क्या तुम्हारे पास कुछ खाने के लिए है. चोर ने पूछा कि आप कौन हैं? साधू ने कहा मैं साधू हूं और इस निष्कर्ष पर पहुंच चुका हूं कि ईश्वर नहीं है. आगे कहानी देखिए-

Sanjay Sinha narrating a story of a Monk, Thief and Dog. He used to listen this story from his Mother. A monk was doing fast for the sake of God. He wanted to see God. But he failed to feel presence of god. One day he decided to commit suicide but suddenly he met with a Thief. The story take a turn from here. Listen full story-

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