संजय सिन्हा कहते हैं कि ज़िंदगी जीना एक कला है. अफसोस की हमें दुनिया की हर कला सिखाई जाती है, जिंदगी जीने की छोड़कर. संजय सिन्हा आज आपको सुनाने जा रहे हैं इसी से जुड़ी कहानी- सहयात्री.  क्या है इस कहानी में खास, जानने के लिए देखें ये एपिसोड.