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संजय सिन्हा की कहानी: क्रोध में इंसान अपना होश खो देता है

संजय सिन्हा की कहानी: क्रोध में इंसान अपना होश खो देता है

क्रोध मन का एक भाव है. परिस्थितियां कई बार जब नियंत्रण से बाहर हो जाती हैं तब क्रोध का भाव पनपता है. क्रोध मनुष्य या जानवर किसी को भी आ सकता है. अगर किसी को क्रोध आ जाए तो क्या करना चाहिए? देखें- 'संजय सिन्हा की कहानी' का ये पूरा वीडियो.

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