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रिश्तेः दिल में तुम्हे बिठा कर

रिश्तेः दिल में तुम्हे बिठा कर

संजय सिन्हा आज की कहानी में बता रहे हैं कि स्कूल के रास्ते में ही मुझे पता चल गया था कि मेरे घर भाई आया है. तालाब किनारे पतली-सी सड़क पर दौड़ता हुआ मैं घर पहुंचा था. अप्रैल का महीना था, स्कूल में गर्मी की छुट्टी होने से पहले सुबह की क्लास शुरू हो चुकी थी. सुबह स्कूल जाना, दस बजे से पहले ही घर चले आना. आते-आते पुतुल मिल गई थी, बता रही थी कि तुम्हारी मां को बेटा हुआ है. देखिए वीडियो.

Sanjay Sinha tells the story of the birth of his brother.

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