संजय सिन्हा की कहानी में आज प्यार की जो कहानी देखने जा रहे हैं उसे देखना आसान नहीं है. आज सुनिए 28 साल के सजल की कहानी. वह सजल जो जन्मदिन के तीन बाद इस दुनिया से रुख्सत हो गए. लेकिन सजल की चिता की राख को एक गमले में सजाया गया और उस पर पेड़ उगाया गया. परिवार मानता है कि उनका सजल आज भी इस गमले में खिल रहा है, बड़ा हो रहा है.