संजय सिन्हा अमेरिका की यादों से एक कहानी लेकर आए हैं. जब संजय सिन्हा पहली बार अमेरिका गए थे, तो उन्होंने देखा कि वहां दुकानदार कैश की जगह चेक भी ले लेते हैं. आपने कुछ खरीदा और कैश नहीं है तो आप चेक से भी भुगतान कर सकते थे. उनके दोस्त ने बताया कि यह देश भरोसे पर चलता है. वहां के लोग अपने क्रेडिट हिस्ट्री का पूरा ध्यान रखते हैं. अमेरिका में अच्छे नागरिक इसी आधार पर तय होते हैं कि उनकी विश्वसनीयता कितनी है. सुनिए पूरी कहानी...