महाभारत में यक्ष ने युधिष्ठिर से पूछा था कि जीवन में आश्चर्य क्या है और युधिष्ठिर ने कहा था कि मृत्यु आश्चर्य है, तो उन्होंने ऐसा क्यों कहा था? युधिष्ठिर ने यही तो कहा था कि हम हर रोज़ अपने आस-पास इतने लोगों को मरते हुए देखते हैं, पर हम यही सोचते हैं कि हमें अभी नहीं मरना. संजय सिन्हा की कहानी में जानिए एक ऐसे व्यक्ति के बारे में जिन्होंने बीमार होने के बावजूद शराब पीनी नहीं छोड़ी और आखिरकार इस दुनिया से चल बसे. क्या आपका जीवन सिर्फ आपका है? आपसे जुड़े बाकी लोगों का क्या? मां, बाप, पत्नी, बच्चे, भाई, बहन, क्या उनके बारे में सोचना भी आपका कर्तव्य नहीं?