मनुष्य भावनाओं से संचालित होता है, उसे भावनाओं से ही संचालित होना भी चाहिए. पर हमेशा नहीं, कभी-कभी भावनाएं हमसे वो करवा देती हैं जो नहीं करना चाहिए. क्या भावुक लोग दुख पाते हैं. क्या भावुक लोग जीवन जीना नहीं जानते. जानने के लिए देखिए संजय सिन्हा की कहानी.