कश्मीर में बारामूला जिले के वुसान गांव की आशाजी भारत के धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्र का एक नया चेहरा हैं. यह 52 वर्षीय कश्मीरी पंडित महिला उस मुस्लिम बहुल गांव की सरपंच चुनी गई हैं, जहां कश्मीरी पंडित परिवारों की संख्या सिर्फ पांच है.