विदेश से लौटने के बाद पत्रकारों ने प्रधानमंत्री से जब जयललिता के प्रस्ताव के बारे में पूछा तो मनमोहन सिंह ने साफ कहा कि डीएमके हमारा सहयोगी है और एआईएडीएमके के बारे में कोई भी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लेना है.