मई की गर्मी अब जानलेवा बन गई है. कूलर और पंखे तो मानो बेकार हो गए हैं. चढ़ती गर्मी के साथ-साथ बिजली की मांग भी बढ़ रही है और यह मांग पूरी करने में बिजली कंपनियां नाकाम हो रही हैं. पानी के हालात भी अच्छे नहीं हैं, अब हर कोई यही सोच रहा है कि जून में क्या होगा.