अफगानिस्तान का राष्ट्रपति भवन अब तालिबानिस्तान की तस्वीर में बदल चुका है. करीब 20 सालों बाद अफगानिस्तान में एक बार फिर आतंकी संगठन तालिबान का बर्बर राज कायम हो चुका है. काबुल में तालिबान आतंकियों के दाखिल होते ही अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी अशर्फी की तरह देश छोड़कर उड़ गए और एक खोखली सी दलील दी कि तालिबान के खूनी खेल रोकने के लिए उनका देश से चले जाना ही बेहतर था. वहीं कतर से लौटे तालिबानी कमांडर मुल्ला अब्दुल गनी बरादर तालिबान सरकार का प्रमुख बन चुका है. 20 सालों में अरबों-खरबों खर्च करने के बाद भी अमेरिका तालिबान को शिकस्त देने में नाकाम रहा. ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या अमेरिका अपनी गलतियों को मानने के लिए तैयार होगा? ज्यादा जानकारी के लिए देखें वीडियो.
Nearly two decades after the U.S. invaded Afghanistan, the nation's capital fell back under Taliban control. In the 20 years since September 11, 2001, the United States has spent more than dollar 2 trillion on the war in Afghanistan. Watch the video for more information.