तालिबान ने पूरे अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया है. और अफगानिस्तान के सर्वोच्च नेता अशरफ गनी बीच जंग में मासूम अफगानियों को छोड़ दूसरे देश भाग गए हैं. जिसके कंधों पर आवाम की सुरक्षा की जिम्मेदारी थी. जिसपर अमेरिका जैसे ताकतवर देश का हांथ था. वो बीच जंग में ही भाग गया. जिसका भुगतान अब अफगानी कर रहे हैं. तालिबान का मकसद साफ है खौफ का दायरा इतना बड़ा कर दो कि लोग अपने आप या तो हथियार डाल दे या नहीं तो देश छोड़कर चले जाए और जो रह जाए वो गुलामों की तरह उनके हर आदेश का पालन करें. और अगर फिर भी हिमाकत की गुंजाइश रह जाए तो फिर गोलियों से उनकी आवाज को हमेशा-हमेशा के लिए शांत कर दो. इस वीडियो में देखें भगोड़े राष्ट्रपति अशरफ गनी की कहानी.
72-Year-old Ashraf Ghani was President of Afghanistan before the Taliban took control over the country last week. Ashraf Ghani fled away to the United Arab Emirates just before Taliban insurgents reaches to capital Kabul. Ashraf is being criticized by Afghans and other political leaders of the world to leave their people during the humanitarian crisis. In this video watch, the story of the fugitive president of Afghanistan 'Ashraf Ghani'.