बचपन में हम अकसर सोचते हैं कि कितना बड़ा है ब्रह्माण्ड. कैसा है ब्रह्माण्ड. कितना फैला हुआ है आसमान. स्पेश को लेकर देखा आपका और हमारा सपना जल्द ही पूरा होने जा रहा है.