अन्ना का एक मोम का पुतला बनाया गया है, जो हूबहू अन्ना की तरह है. इतना मिलता-जुलता है, जैसे अन्ना एक नहीं बल्कि दो-दो हों. रालेगण में जब मंच पर एकसाथ दिखे दो-दो अन्ना तो किसी की समझ में नहीं आया कि असली कौन है और पुतला कौन.