2जी स्पेक्ट्रम की नीलामी और कोयला ब्लॉक आवंटन में अरबों रुपये के नुकसान की रिपोर्ट देने वाले नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) पर खुद उसके ही एक पूर्व अधिकारी ने उंगली उठाकर खलबली मचा दी है. कैग के पूर्व ऑडिटर आर.पी. सिंह ने टूजी स्पेक्ट्रम आवंटन में कैग और लोक लेखा समिति (पीएसी) के अध्यक्ष मुरली मनोहर जोशी की भूमिका पर सवाल उठाए हैं.