स्वतंत्रता दिवस के जश्न के साथ हर साल एक जख्म भी ताज़ा हो जाता है. वो ज़ख्म था हिंदुस्तान के बंटवारे का. क्या ये बंटवारा रोका नहीं जा सकता था? इस खास पेशकश में आप देखेंगे वो राज, जो अगर खुल जाता तो शायद देश दो टुकड़ों में नहीं बंटता. जो न सिर्फ देश के बंटवारे को रोक सकता था, बल्कि लाखों मासूमों की जिंदगी भी बचा सकता था.