धमाकों मे हुए घायलों को एम्स में भर्ती कराया गया है ,पर एम्स जैसी बड़ी संस्था भी धमाकों से पीड़ित परिवारों के घाव नहीं भर पा रही है. घायलों के रिश्तेदारो के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे है.