द्वापर युग के ज्ञान के मुकाबले आज का ज्ञान-विज्ञान घुटनों बराबर है. अमेरिका जिस विज्ञान के बल पर अभिमान करता है वो भारतीय ऋषियों ने हजारों साल पहले ही अर्जित कर लिया था. जो परमाणु हमला 1945 में जापान में हुआ, भारतवर्ष 5 हजार 300 साल पहले दुखों की उसी नदी में स्नान कर चुका है. सुनिए भारतीय ज्ञान की कथा...