आज किसान आंदोलन को 34 दिन हो चुके हैं. इन 34 दिनों में सरकार और किसानों के बीच बातचीत की और सुलह की तामम कोशिशें बेनतीजा और बेकार ही गई हैं. इन सब के बीच कल एक बार फिर से सरकार और किसान संगठनों के प्रतिनिधि विज्ञान भवन में बैठेंगे. साफ है कि सरकार किसी भी हालत में सुलह चाहती है और किसान आंदोलन को खत्म करना चाहती है. किसानों का कहना है कि अगर किसी ठोस नतीजे और उनकी मांगों पर बातचीत होगी तो ठीक नहीं तो ये आंदोलन ऐसे ही चलेगा. ऐसे में कैसै होगी सरकार और किसान में सुलह, देखें देश की बात.